Wireless Electricity: कल्पना कीजिए कि कभी आप सोकर उठें और आपके घर के सामने लगा बिजली का खंभा गायब हो। डरिए नहीं, इन बेतरतीब ढंग से उलझे बिजली के तारों के गायब होने के बावजूद भी आपके घर में बिजली की सप्लाई चालू रहेगी। दअसल, हरियाणा के हिसार में जल्द ही यह सीन आपको नजर आ सकता है। हिसार अब वायरलेस बिजली सप्लाई वाला सिटी बन जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट (Pilot project) के तहत जल्द ही यह काम शुरू किया जाएगा। हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह (Ranjit Singh) ने भी इस प्रोजेक्ट को स्वीकृति दे दी है। यह दावा हरियाणा के निकाय मंत्री डॉ.कमल गुप्ता ने किया है।
बिना तार के बिजली की सप्लाई किसी विज्ञान कथा (science fiction) की तरह लगता है। लेकिन, इस प्रौद्योगिकी को पहले से ही विकसित किया जा चुका है। डॉ कमल गुप्ता हिसार में आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान उज्ज्वल भारत, उज्ज्वल भविष्य कार्यक्रम की कड़ी में आयोजित बिजली महोत्सव में शिरकत कर रहे थे।
हिसार को तारों की झंझट से मिलेगी मुक्ति
इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वायरलेस बिजली आपूर्ति का शहर बनने जा रहे हिसार में पायलट प्रोजेक्ट का निर्माण शुरू हो गया है। जिससे बहुत बड़े स्तर पर टेक्नोलॉजी और नए सौर प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करके वायरलेस बिजली दी जायेगी। इसके आलावा सोलर रूफ टॉप पोर्टल और आरडीएसएस कार्यक्रम के बारें में भी उन्होंने ऐलान किया। साथ ही देश के विकास के लिए जरुरी आने वाले कई मुद्दों पर चर्चाएं की गई। इस तरह बहुत जल्द पूरे देश को बिजली के तारों से मुक्ति मिल सकती है।
निकोल टेस्ला ने 150 साल पहले की थी परिकल्पना
1890 के दशक में सबसे पहले टेस्ला ने ही बिना तार के पावर की सप्लाई की परिकल्पना की थी। इसके लिए उन्होंने 'टेस्ला कॉइल' नाम की एक ट्रांसफार्मर सर्किट पर काम भी किया था, जो बिजली को पैदा करता था, लेकिन वह यह साबित नहीं कर सके कि वह लंबी दूरी पर बिजली के एक बीम को नियंत्रित कर सकता है।